क्या, कैसे, कहाँ, क्यों, है, आदि, जाने

सबसे छोटा दिन किस ग्रह पर होता है / Sabse Chhota Din Kis Grah Per Hota Hai?

सबसे छोटा दिन किस ग्रह पर होता है – नमस्कार दोस्तो! स्वागत हैं आपका Techly360.com हिन्दी ब्लॉग में. और आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे “Sabse Chhota Din Kis Grah Per Hota Hai” तो अगर आपके मन मे भी यही सवाल चल रहा था, तो इस सवाल का जवाब मैंने नीचे उपलब्ध करवा दिया हैं.

दोस्तों, आप लोगों मे से बहुत सारे दोस्तों ने इस सवाल का जवाब जानने के लिए गूगल असिस्टेंट से जरूर पूछा होगा की “ओके गूगल, सबसे छोटा दिन किस ग्रह पर होता है”? या “कौन से ग्रह पर सबसे छोटा दिन होता है”? और ऐसे में गूगल असिस्टेंट इस सवाल से जुड़ी कई और सवाल और उसका उत्तर आपके साथ साझा (Share) करता हैं. परन्तु, यहाँ हमने आपको उससे भी सरल व सहज तरीके से उत्तर दिया है.

क्या, कैसे, कहाँ, क्यों, है, आदि, जाने

सबसे छोटा दिन किस ग्रह पर होता है / Sabse Chhota Din Kis Grah Per Hota Hai?

दोस्तों, यदि आप नही जानते है की ‘सबसे छोटा दिन किस ग्रह पर होता है’ तो मैं आपकी जानकारी के बता दू की सौरमंडल में सबसे छोटा दिन बृहस्पति ग्रह पर होता है. यह अपने अक्ष पर हर 9 घंटे 55 मिनट 29.69 सेकंड में एक बार घूमता है, जो कि पृथ्वी के दिन से लगभग 2.5 गुना कम है.

साथ ही मैं आपको यह भी बता दू की, बृहस्पति ग्रह का यह तेज़ घूर्णन कई कारणों से होता है. सबसे पहले, यह एक गैसीय ग्रह है, जिसका अर्थ है कि यह तरल हाइड्रोजन और हीलियम से बना है. ये गैसें तरल पदार्थ की तरह बहती हैं, जिससे ग्रह को तेज़ी से घूमने में मदद मिलती है. और दूसरा कारण यह है की, बृहस्पति ग्रह बहुत बड़ा है.

इसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का 318 गुना है. इसका मतलब है कि इसमें बहुत अधिक जड़त्व है, जो इसे घूमने में मदद करता है. अंतिम और तीसरा कारण, बृहस्पति ग्रह के पास कोई चंद्रमा नहीं है जो इसके घूर्णन को धीमा कर सके. चंद्रमाओं का गुरुत्वाकर्षण खिंचाव ग्रहों को धीमा कर सकता है, जिससे उनके दिन लंबे हो जाते हैं. इस प्रकार, बृहस्पति ग्रह का तेज़ घूर्णन कई कारकों का परिणाम है

बृहस्पति ग्रह पृथ्वी से कितना बड़ा है / Brihaspati Grah Prithvi Se Kitna Bada Hai?

बृहस्पति सौर मंडल का पंचम ग्रह है और इसे गुरु भी कहते हैं. यह ग्रह सूर्य के चारों ओर चक्रवाती है और यह सबसे बड़ा ग्रह है, जो पृथ्वी से बहुत अधिक है. इसका व्यास लगभग 11 गुना पृथ्वी से अधिक है. बृहस्पति का व्यास लगभग 1,39,822 किलोमीटर है, जबकि पृथ्वी का व्यास 12,742 किलोमीटर है.

इसके अलावा, बृहस्पति का द्रव्यमान भी पृथ्वी के बहुत अधिक है, लगभग 318 गुना पृथ्वी के द्रव्यमान का है. यह एक गैस ग्रह है, जिसमें प्रमुख रूप से हाइड्रोजन और हेलियम होते हैं. बृहस्पति के धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व की वजह से इसे हिंदू धर्मग्रंथों में बहुत महत्व दिया गया है.

बृहस्पति ग्रह धरती से कितना दूर है / Brihaspati Grah Dharti Se Kitna Dur Hai?

दोस्तों, मैं आपके जानकारी के लिए बता दू की, बृहस्पति ग्रह और धरती के बीच की दूरी निश्चित नहीं है क्योंकि दोनों ग्रह सूर्य के चारों ओर अण्डाकार कक्षाओं में घूमते हैं. जब बृहस्पति और धरती सूर्य के एक ही तरफ होते हैं और एक दूसरे के सबसे करीब होते हैं, तो उनका अंतर (न्यूनतम दूरी) लगभग 59 करोड़ किलोमीटर होता है.

और जब बृहस्पति और धरती सूर्य के विपरीत दिशा में होते हैं और एक दूसरे से सबसे दूर होते हैं, तो उनका अंतर (अधिकतम दूरी) लगभग 96 करोड़ किलोमीटर होता है. बृहस्पति और धरती के बीच की औसत दूरी लगभग 77 करोड़ 80 लाख किलोमीटर है. यह दूरी पृथ्वी से सूर्य की दूरी से 5.2 गुना अधिक है.

Frequently Asked Questions

सबसे छोटा दिन किस ग्रह पर होता है / sabse chhota din kis grah per hota hai
कौन से ग्रह पर सबसे बड़ा दिन होता है / kaun se grah par sabse bada din hota hai
सबसे छोटा और सबसे बड़ा दिन कब होता है / sabse bada aur sabse chhota din kab hota hai
सबसे बड़ा और सबसे छोटा ग्रह कौन सा है / sabse bada aur sabse chhota grah kaun sa hai
बृहस्पति ग्रह की क्या विशेषता है / brihaspati grah ki kya visheshta hai
सबसे छोटा दिन किस ग्रह का होता है / sabse chhota din kis grah ka hota hai
निम्नलिखित में से किस ग्रह का दिन सबसे छोटा है / nimnalikhit mein se kis grah ka din sabse chhota hota hai


निष्कर्ष दोस्तों, आपको यह “सबसे छोटा दिन किस ग्रह पर होता है / Sabse Chhota Din Kis Grah Per Hota Hai”? का आर्टिकल कैसा लगा? निचे हमे कमेंट करके जरुर बताये. साथ ही इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर जरुर करे.

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