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1919 के अधिनियम के तहत स्थापित द्वैध प्रशासन से आप क्या समझते हैं?

1919 के अधिनियम के तहत स्थापित द्वैध प्रशासन से आप क्या समझते हैं – नमस्कार दोस्तो! स्वागत हैं आपका Techly360.com हिन्दी ब्लॉग में. और आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे 1919 Ke Adhiniyam Ke Tahat Sthapit Dwaidh Prashasan Se Aap Kya Samajhte Hain तो अगर आपके मन मे भी यही सवाल चल रहा था, तो इस सवाल का जवाब मैंने नीचे उपलब्ध करवा दिया हैं.

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1919 के अधिनियम के तहत स्थापित द्वैध प्रशासन से आप क्या समझते हैं?

दोस्तों! 1919 के अधिनियम ने भारत में एक द्वैध प्रशासन स्थापित किया जो सदर निजामत और प्रान्त निजामत को शामिल करता था. इससे भारत को नागरिक अधिकार, स्वतंत्रता और स्वायत्तता से वंचित रखने के लिए कुछ और नए कानून बनाए गए जैसे कि रॉलैट एक्ट. यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को शुरू करने का कारण बना जो ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ लोकतांत्रिक संघर्ष था.

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द्वैध शासन व्यवस्था से आप क्या समझते हैं?
1919 के अधिनियम को क्या कहा जाता है?
भारत सरकार अधिनियम 1919 ने प्रांतों में द्वैध शासन की शुरुआत कैसे की?
1919 अधिनियम की मुख्य विशेषता क्या है?
1919 के अधिनियम की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता क्या थी?


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