राइबोसोम की खोज किसने की थी / Ribosome Ki Khoj Kisne Ki Thi?
राइबोसोम की खोज किसने की थी – नमस्कार दोस्तो! स्वागत हैं आपका Techly360.com हिन्दी ब्लॉग में. और आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे “Ribosome Ki Khoj Kisne Ki Thi“ तो अगर आपके मन मे भी यही सवाल चल रहा था, तो इस सवाल का जवाब मैंने नीचे उपलब्ध करवा दिया हैं.
दोस्तों आप लोगों मे से बहुत सारे दोस्तों ने इस सवाल का जवाब जानने के लिए गूगल असिस्टेंट से जरूर पूछा होगा की “ओके गूगल राइबोसोम की खोज किसने की थी” या “राइबोसोम की खोज कब हुई थी“ और गूगल असिस्टेंट इस सवाल से जुड़ी कई और सवाल और उसका उत्तर आपके साथ साझा (Share) करता हैं.
राइबोसोम की खोज किसने की थी / Ribosome Ki Khoj Kisne Ki Thi?
दोस्तों! राइबोसोम की खोज रोमानिया के जीववैज्ञानिक जॉर्ज पेलेड (George Palade) ने की थी. उन्होंने इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप का इस्तेमाल करके राइबोसोम की खोज की थी. राइबोसोम कोशिकाओं के अंदर पाए जाने वाले छोटे कण होते हैं जो प्रोटीन के निर्माण के लिए जिम्मेदार होते हैं.
राइबोसोम कोशिका के सभी भागों में पाए जाते हैं, लेकिन वे सबसे अधिक संख्या में कोशिकाद्रव्य में पाए जाते हैं. राइबोसोम दो भागों से बने होते हैं, बड़े और छोटे भाग. बड़े भाग में RNA और प्रोटीन होते हैं, जबकि छोटे भाग में केवल RNA होता है.
राइबोसोम प्रोटीन के निर्माण के लिए mRNA का उपयोग करते हैं. mRNA कोशिका के नाभिक से बाहर आता है और राइबोसोम में जाता है. राइबोसोम mRNA के अनुक्रम के अनुसार अमीनो अम्लों को एक साथ जोड़ता है और प्रोटीन का निर्माण करता है.
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राइबोसोम की खोज कब हुई थी / Ribosome Ki Khoj Kab Hui Thi?
दोस्तों! राइबोसोम की खोज सन् 1955 में रोमानिया के जीवविज्ञानी जॉर्ज पेलेड ने की थी. उन्होंने इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप का उपयोग करके राइबोसोम को देखा और पाया कि ये प्रोटीन के निर्माण में शामिल हैं. पेलेड को उनके काम के लिए 1974 में नोबेल पुरस्कार मिला.
राइबोसोम एक छोटे, गोल संरचना है जो प्रोटीन के निर्माण के लिए जिम्मेदार है. यह कोशिका के सभी भागों में पाया जाता है, लेकिन सबसे अधिक संख्या में कोशिकाद्रव्य में होता है. राइबोसोम दो भागों से बना होता है: एक बड़ा भाग और एक छोटा भाग. बड़ा भाग आरएनए से बना होता है, जबकि छोटा भाग प्रोटीन से बना होता है.
राइबोसोम का दूसरा नाम क्या है / Ribosome Ka Dusra Naam Kya Hai?
राइबोसोम एक रिबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) और प्रोटीन से बना हुआ अंश होता है जो कोशिका में प्रोटीन सिंथेसिस करता है. इनके माध्यम से जीवाणुओं और सभी युक्तियों में नए प्रोटीन बनते हैं जो कि विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक होते हैं. राइबोसोम को बाज़ार में “पैलेड कण” के नाम से भी जाना जाता है, जो इसके आकार और संरचना के कारण है.
यह आपसी संरचनाओं के साथ एक छोटे गोलीय संरचना का अनुपातित समूह होता है, जिसमें RNA और प्रोटीन एक विशेष तरीके से जुड़े होते हैं. राइबोसोम प्रोटीन सिंथेसिस में एक अहम भूमिका निभाते हैं और इसलिए इन्हें जीवाणुओं के “सिंथेटिक फैक्ट्री” के रूप में भी जाना जाता है.
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इन्ही से संबंधित खोजें गए प्रश्न
राइबोसोम की खोज कब हुई – ribosome ki khoj kab hui
राइबोसोम की खोज कब हुआ – ribosome ki khoj kab hua tha
राइबोसोम का दूसरा नाम क्या है – ribosome ka dusra naam kya hai
राइबोसोम की खोज किसने की थी – ribosome ki khoj kisne ki thi
राइबोसोम की खोज किसने किया था – ribosome ki khoj kisne kiya tha
राइबोसोम क्या होते हैं – ribosome kya hote hain
राइबोसोम क्या काम करता है – ribosome kya kaam karta hai
निष्कर्ष – दोस्तों आपको यह “राइबोसोम की खोज किसने की थी – Ribosome Ki Khoj Kisne Ki Thi” का आर्टिकल कैसा लगा? निचे हमे कमेंट करके जरुर बताये. साथ ही इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर जरुर करे.