ज्ञानवापी मस्जिद केस क्या है?
ज्ञानवापी मस्जिद केस क्या है – नमस्कार दोस्तो! स्वागत हैं आपका Techly360.com हिन्दी ब्लॉग में. और आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे “Gyanvapi Masjid Case Kya Hai” तो अगर आपके मन मे भी यही सवाल चल रहा था, तो इस सवाल का जवाब मैंने नीचे उपलब्ध करवा दिया हैं.
दोस्तों आप मे से बहुत सारे दोस्तों ने इस सवाल का जवाब जानने के लिए गूगल असिस्टेंट से जरूर पूछा होगा की “ओके गूगल ज्ञानवापी मस्जिद केस क्या है”? और गूगल असिस्टेंट आपको इस सवाल से जुड़ी कई और सवाल और उसका उत्तर आपके साथ साझा करता हैं.
ज्ञानवापी मस्जिद केस क्या है?
दोस्तों आप ज्ञानवापी मस्जिद केस को इस प्रकार से समझे – ज्ञानवापी मस्जिद हिन्दुओं के मंदिर को तोड़ कर बनाई गई है. अदालत के अभिलेखागार और दस्तावेजों के अनुसार, 1936 में, ज्ञानवापी मस्जिद की वैधता का पता लगाने के लिए एक परीक्षण में प्रोफेसर अल्टेकर की गवाही सहित कई और लोगों की गवाही दर्ज की थी, और इसके कुछ समय बाद यानी 14 मई 1937 को अंग्रेजो के अफसर ने कहा की उन्होंने औरंगजेब के समय के इतिहासकार द्वारा लिखित ‘मा असिरे आलम गिरी’ के अंश प्रस्तुत किए, जिसमें कहा गया था कि ज्ञानवापित मस्जिद एक मंदिर है. इसी मामले को लेकर आदालत मे सुनवाई चल रही हैं.
निष्कर्ष – दोस्तों आपको यह “ज्ञानवापी मस्जिद केस क्या है – Gyanvapi Masjid Case Kya Hai“ का आर्टिकल कैसा लगा? निचे हमे कमेंट करके जरुर बताये. साथ ही इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर जरुर करे.