हैलोजन रंगीन क्यों होते हैं व्याख्या कीजिए?
हैलोजन रंगीन क्यों होते हैं – नमस्कार दोस्तो! स्वागत हैं आपका Techly360.com हिन्दी ब्लॉग में. और आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे “Halogen rangeen kyon hote hain“ तो अगर आपके मन मे भी यही सवाल चल रहा था, तो इस सवाल का जवाब मैंने नीचे उपलब्ध करवा दिया हैं.
दोस्तों आप मे से बहुत सारे दोस्तों ने इस सवाल का जवाब जानने के लिए गूगल असिस्टेंट से जरूर पूछा होगा की “ओके गूगल हैलोजन रंगीन क्यों होते हैं व्याख्या कीजिए“? और गूगल असिस्टेंट आपको इस सवाल से जुड़ी कई और सवाल और उसका उत्तर आपके साथ साझा करता हैं.
हैलोजन रंगीन क्यों होते हैं?
आपको बता दूं की हैलोजेन के इलेक्ट्रॉन अपने बाहरी कोश (शेल) से प्रकाश को अवशोषित करता है, और उत्तेजित हो जाता है. जिससे कि यह उच्चतम ऊर्जा के कोश (शेल) तक पहुँच जाता है. और जब वे वापस मूल में पहुँचते हैं तो यह ऊर्जा उत्सर्जित करता है, जिससे हैलोजन रंगीन हो जाता है.
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हैलोजन तत्व रंगीन क्यों होते हैं – halogen tatva rangeen kyu hote hain
(एक) हैलोजन रंगीन क्यों होते हैं – (ek) halogen rangeen kyu hote hai
3.(का) हैलोजन रंगीन क्यों होते हैं – 3. (ka) halogen rangeen kyu hote hain
निष्कर्ष – दोस्तों आपको यह “हैलोजन रंगीन क्यों होते हैं – Halogen rangeen kyon hote hain” का आर्टिकल कैसा लगा? निचे हमे कमेंट करके जरुर बताये. साथ ही इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर जरुर करे.