क्या, कैसे, कहाँ, क्यों, है, आदि, जाने

भ्रमरगीत नाम क्यों पड़ा?

भ्रमरगीत नाम क्यों पड़ा – नमस्कार दोस्तो! स्वागत हैं आपका Techly360.com हिन्दी ब्लॉग में. और आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे “Bhramargeet Naam Kyon Pada” तो अगर आपके मन मे भी यही सवाल चल रहा था, तो इस सवाल का जवाब मैंने नीचे उपलब्ध करवा दिया हैं.

दोस्तों आप मे से बहुत सारे दोस्तों ने इस सवाल का जवाब जानने के लिए गूगल असिस्टेंट से जरूर पूछा होगा की “ओके गूगल भ्रमरगीत नाम क्यों पड़ा”? और गूगल असिस्टेंट आपको इस सवाल से जुड़ी कई और सवाल और उसका उत्तर आपके साथ साझा करता हैं.

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भ्रमरगीत नाम क्यों पड़ा?

दोस्तों आप इस उत्तर को विस्तार से जाने – भ्रमरगीत जो की एक भाव प्रधान काव्य के रूप में जाना जाता है, भ्रमरगीत शब्द की उत्पति दो शब्दों के मेल से हुई है भ्रमर और गीत का अर्थ होता है एक छः पैर वाला कीड़ा जिसे भँवरा भी कहते है जो की काले रंग का होता है, और गीत यानी भँवरे का गान. इस गीत में भ्रमर को ध्यान में रखकर लिखा गया है.


निष्कर्ष – दोस्तों आपको यह “भ्रमरगीत नाम क्यों पड़ा – Bhramargeet Naam Kyon Pada” का आर्टिकल कैसा लगा? निचे हमे कमेंट करके जरुर बताये. साथ ही इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर जरुर करे.

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